प्रतिरक्षण बूस्टर १
सामग्री: 5 ग्राम नीम के पत्ते
यह कैसे होता है: मोर्टार और मूसल का उपयोग कर एक महीन पेस्ट बनाने के लिए 5 ग्राम नीम के पत्ते लें और इसे पीस लें। इसे अपने गले के पीछे लगाएं और निगल लें। इसे खाली पेट लें और 1 घंटे तक कुछ भी न खाएं-पिएं।
लाभ: नीम एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-फंगल है और एक मजबूत शुक्राणुनाशक एजेंट है। 15 दिनों से अधिक समय तक नीम का सेवन न करें। इसके अलावा, गर्भवती महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों को नीम से बचना चाहिए।
प्रतिरक्षा बूस्टर 2
सामग्री: 5 ग्राम Phyllanthus Niruri को पत्थर तोड़ने वाले के रूप में भी जाना जाता है।
यह कैसे करना है: 5 ग्राम Phyllanthus Niruri के पत्ते लें और इसे पीसकर मोर्टार और मूसल का उपयोग करके एक महीन पेस्ट बनाएं। इसे सुबह खाली पेट निगल लें।
लाभ: Phyllanthus Niruri के पत्ते गुर्दे और पित्ताशय की पथरी को भंग करने में मदद करते हैं। यह आपके यकृत को मजबूत करता है, प्रतिरक्षा को बढ़ाता है और हेपेटाइटिस बी से लड़ने में मदद करता है। आप कैप्सूल के रूप में फिलांथस निरूरी भी ले सकते हैं।
प्रतिरक्षा बूस्टर 3
सामग्री: 1/2 इंच छिलके वाली अदरक
यह कैसे करना है: अपने भोजन से पहले 1/2 इंच ताजा छिलके वाली अदरक लें।
लाभ: अदरक में विरोधी भड़काऊ और एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं। जड़ी बूटी आपके चयापचय को उत्तेजित करती है और आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करती है।
प्रतिरक्षा बूस्टर 4
सामग्री: 1 आंवला या आंवला
यह कैसे करना है: खाली पेट रोजाना एक आंवला लें
लाभ: आंवला या भारतीय करौदा विटामिन सी, बीटा-कैरोटीन के लाभों से भरा हुआ है और एंटीऑक्सिडेंट का एक समृद्ध स्रोत है, जो प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करता है। 1 आंवला 20 सिट्रिक फलों के बराबर होता है।
प्रतिरक्षा बढ़ाने वाला ५
सामग्री: गिलोय और ब्राह्मी
यह कैसे करना है: आपके पास गिलोय और ब्राह्मी का रस हो सकता है, जो बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं। आप उन्हें कैप्सूल के रूप में भी ले सकते हैं।
लाभ: अपनी प्रतिरक्षा, स्मृति शक्ति, शक्ति और बुद्धि को बढ़ावा देने के लिए इन जड़ी बूटियों को अपने दैनिक शासन में शामिल करें।
याद रखें कि ये जड़ी-बूटियाँ शरीर में गर्मी पैदा करती हैं और प्रभाव को कम करने के लिए छाछ के बाद दोपहर का भोजन पीती हैं।